मम्मी, मेरा उनसे रोजाना झगडा होता है । समझ में नहीं आता क्या करूँ ?” शिखा ने फोन पर अपनी मम्मी को बताया ।
“बेटा, मैंने एक वीडियो देखा था । उसमें एक कथावाचक ने पति–पत्नी में लडाई–झगडा न हो, इसका एक उपाय करने को बताया था ।”
“माँ, क्या बताया था, बताओ ?” शिखा ने बडी उत्सुकता से पूछा ।
“बेटा, एक बात बता पहले झगडे की शुरुआत कौन करता है, तू या दामादजी ?”
“मम्मी, वो करते हैं ?”
“तू सच बोल रही है ना ? क्योंकि जो पहले झगडे की शुरुआत करता है, उसके तकिये के नीचे ही ये सामान रखना है।”
“मम्मी, क्या आपको मुझ पर यकीन नहीं है?”
“नहीं बेटा, ऐसी बात नहीं है । वो तो इसलिए बोल रही हूँ कि ये उपाय तभी कारगर साबित होगा जब झगडे करने वाले के तकिये के नीचे रखा जाए ।” माँ ने थोडा रुककर फिर कहा –“तो सुन बेटा,
मंगलवार के दिन एक छोटा–सा सफेद कपडा लेना और उसमें एक चम्मच सौंफ बाँधकर रात में दामाद जी के तकिये के नीचे रख देना ।’’
“ठीक है माँ, मैं ये उपाय करके देखती हूँ ।’’
कुछ समय बाद माँ ने शिखा को फोन लगाकर पूछा –“क्या हुआ लडाई–झगडा बन्द हुआ ?”
“नहीं हुआ माँ…”
“ऐसा कर अब तेरे तकिये के नीचे रखकर देख ले ।”
“ठीक है माँ । ये भी करके देखती हूँ ।”
कुछ समय बाद शिखा ने माँ को फोन लगाया और फिर चहकते हुए बताया –“माँ, कमाल हो गया । अब हमारे बीच लडाई–झगडा नहीं होता है?”
“चलो ये तो अच्छी बात है ।”
“माँ, ये तो चमत्कार हो गया ?’’
“बेटा, ये चमत्कार तो पहले ही हो जाता अगर तूने झूठ न बोला होता ।”
यह सुनकर शिखा ने चुप्पी साध ली ।
-सूर्यदेव नगर, इन्दौर, भारत
जीवित राख्नका लागि तपाईंको
आर्थिक सहयोग महत्वपूर्ण हुन्छ ।
No comments:
Post a Comment